- Krishna
गेहूं की बुवाई का सही समय ,Gehun ki buvai kab karni chahie
गेंहू की फसल का भारत में उगाई जाने वाली फसलों में एक प्रमुख स्थान है गेहूँ का प्रयोग मनुष्य अपने जीवनयापन हेतु मुख्यत रोटी के रूप में प्रयोग करते हैं भारत में उत्तर प्रदेश, पंजाब,हरियाणा गेंहू की फसल के मुख्य उत्पादक राज्य हैं इसे रबी की फसल भी कहते हैं
PM Kisan 13th installment:पीएम किसान 13वीं किस्त कब आएगी?
gehun ki buvai kab hoti hai
gehun ki buvai kab karni chahie
gehun ki buvai kaise ki jaati hai
gehun ki buvai kis mahine mein hoti hai
gehun ki buvai kaise ki jaaye
gehun ki buvai ka tarika
gehun ki buvai kaise hoti hai
UP Agriculture Farmer Registration Online 2023
गेंहू की अगेती बुवाई की बात करें तो इसकी बुवाई अक्टूबर के आखिरी सप्ताह से 15 नवम्बर तक की जाती है इसके लिए तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए। गेहूं की बुवाई के समय मिट्टी में नमी होना बेहद जरूरी है।रोगों से बचाव के लिए बुवाई से पहले बीजों को 2 ग्राम प्रति किलोग्राम की दर से बावास्टीन और बीटावैक्स से उपचारित जरूर करें।
PM Awas Yojana List 2023:प्रधानमंत्री आवास योजना की लिस्ट कैसे देखें
कृषि विभाग के मुताबिक फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए उनका सही समय पर बोना आवश्यक है। गेहूं की फसल बोने के लिए 1 से 20 नवंबर तक श्रेष्ठ समय है। हालाकि पछेती किस्मों को 25 दिसंबर तक बोया जा सकता है।
गेहूं की फसल से अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने में बुवाई का समय महत्वपूर्ण कारक है। समय से बहुत पहले या बहुत बाद में गेहूं की बुवाई करने से उपज पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। नवम्बर-दिसम्बर के मध्य में बुवाई संपन्न कर लेना चाहिए। गेहूं की अधिक उपज देने वाली किस्मों का चयन अपने क्षेत्र के हिसाब से करना चाहिए