धान की खेती: पूरी जानकारी, आधुनिक तरीके और अधिक मुनाफा (2025)
- Krishna
- Jun 4
- 3 min read
धान की खेती की पूरी जानकारी
भारत में धान (Rice) की खेती किसानों के लिए आय और रोजगार का सबसे बड़ा साधन है। अगर आप भी धान की खेती से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। यहां आपको धान की खेती का सही समय, उन्नत किस्में, आधुनिक तकनीक, लागत कम करने के तरीके और उत्पादन बढ़ाने के सभी जरूरी टिप्स मिलेंगे।
1. धान की खेती का सही समय
सीजन | बुआई का समय | कटाई का समय | विशेषता |
खरीफ | जून-मध्य से जुलाई | अक्टूबर-नवंबर | मानसूनी बारिश |
रबी | नवंबर-दिसंबर | मार्च-अप्रैल | सिंचाई जरूरी |
जायड | फरवरी-मार्च | जून | सीमित क्षेत्र, कम अवधि |
धान एक वर्षा ऋतु की फसल है, इसलिए इसकी खेती जुलाई-अगस्त महीने में की जाती है. धान की रोपाई करने से पहले इसके बीजों की नर्सरी तैयार की जाती है और नर्सरी तैयार होने के 21 से 25 दिन बाद धान के पौधों की रोपाई की जाती है.धान की रोपाई दो प्रकार से की जाती है
2. उपयुक्त मिट्टी और जलवायु
मिट्टी: जलोढ़, दोमट और काली मिट्टी सबसे उपयुक्त।
तापमान: 20°C से 35°C
वर्षा: 100-200 सेमी
3. धान की खेती की प्रमुख विधियाँ
पारंपरिक विधि (नर्सरी + रोपाई)
अधिक मेहनत और पानी की जरूरत
सामान्य उत्पादन
आधुनिक विधि (सीधी बुवाई)
कम लागत, कम मेहनत
पानी की बचत, अधिक उत्पादन
4. उन्नत किस्में और बीज दर
किस्म | उत्पादन क्षमता | विशेषता |
IR-64 | उच्च | जल्दी तैयार, रोग प्रतिरोधी |
स्वर्णा | उच्च | स्वादिष्ट, अधिक दाना |
BPT-5204 | उच्च | लंबा दाना, निर्यात योग्य |
उत्तर प्रदेश के लिए अनुशंसित धान की किस्मों का चार्ट
क्रमांक | किस्म का नाम | विशेषता/टिप्पणी |
1 | ACK-5 | |
2 | Aditya (IET-7613) | |
3 | Amulya (IET-8989) | |
4 | Ashwani | |
5 | Barh Avarodhi (IET-11295) | |
6 | CR-1014 | |
7 | CSR-10 | |
8 | CSR-30 (IET-14720) | सुगंधित, निर्यात योग्य |
9 | Dhan Narendra-1 | |
10 | IR-8 | |
11 | IR-20 | |
12 | IR-36 | लोकप्रिय, उच्च उपज |
13 | Jaya | ग्रीन रिवोल्यूशन की किस्म |
14 | Kasturi (IET-8580) | सुगंधित |
15 | Malviya Dhan-36 | |
16 | Narendra Dhan-97 | |
17 | Narendra Dhan-118 | |
18 | Narendra Dhan-359 | |
19 | Pant Dhan-4 (Sujata) | |
20 | Pant Dhan-6 | |
21 | Pusa Basmati-1 | सुगंधित, निर्यात योग्य |
22 | Pusa Sugandh-2 | सुगंधित |
23 | Pusa Sugandh-3 | सुगंधित |
24 | Rajshree (TCA-80-4) | |
25 | Saket-4 (CR-44-35) | |
26 | Sarjoo-52 | लोकप्रिय, उच्च उपज |
27 | Sudha (TCA-72) |
यह सूची उत्तर प्रदेश में अधिसूचित एवं लोकप्रिय धान की किस्मों का संक्षिप्त चार्ट है, जिसमें सुगंधित, निर्यात योग्य और उच्च उपज देने वाली किस्में भी शामिल हैं
बीज दर:
सीधी बुवाई: 36-40 किग्रा/एकड़
रोपाई: 12-16 किग्रा/एकड़
5. खेत की तैयारी और खाद प्रबंधन
खेत को समतल और खरपतवार मुक्त करें।
जैविक खाद: वर्मी कंपोस्ट या सड़ी हुई गोबर खाद का प्रयोग।
रासायनिक खाद: संतुलित मात्रा में NPK (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश) का प्रयोग।
6. सिंचाई और जल प्रबंधन
खरीफ में मानसूनी पानी पर्याप्त।
रबी/जायड में समय-समय पर सिंचाई जरूरी।
सीधी बुवाई में पहली सिंचाई गहरी करें, फिर जरूरत के अनुसार।
7. कीट, रोग और खरपतवार नियंत्रण
प्रमुख रोग: ब्लास्ट, शीथ ब्लाइट, ब्राउन प्लांट हॉपर
निवारण:
समय पर दवा का छिड़काव
जैविक कीटनाशकों का प्रयोग
खेत की निगरानी
8. लागत कम, मुनाफा ज्यादा: स्मार्ट टिप्स
सीधी बुवाई अपनाएं: मजदूरी और पानी की बचत
उन्नत किस्में चुनें: कम समय में अधिक उत्पादन
जैविक खाद का प्रयोग: मिट्टी की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों बढ़ाएं
मशीनों का इस्तेमाल: सीड ड्रिल, सुपर सीडर से बुवाई आसान
9. अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1: धान की खेती के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?A: खरीफ सीजन (जून से नवंबर) सबसे उपयुक्त है।
Q2: क्या रबी में धान की खेती संभव है?A: हां, लेकिन सिंचाई जरूरी है।
Q3: कौन-सी किस्में सबसे ज्यादा उत्पादन देती हैं?A: IR-64, स्वर्णा, BPT-5204
Q4: जैविक धान की खेती कैसे करें?A: वर्मी कंपोस्ट, गोबर खाद और जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करें।
10. निष्कर्ष
धान की खेती में आधुनिक तकनीक, सही समय और उन्नत किस्मों का चयन करके किसान कम लागत में अधिक उत्पादन और मुनाफा कमा सकते हैं। सीधी बुवाई, जैविक खाद और स्मार्ट सिंचाई अपनाकर आप भी अपनी खेती को सफल बना सकते हैं।
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