DM Ka Full Form kya hai? सम्पूर्ण जानकारी हिंदी मे
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DM Ka Full Form kya hai? सम्पूर्ण जानकारी हिंदी मे

DM Ka Full Form kya hai? जानिए DM की सम्पूर्ण जानकारी

DM Ka Full Form Kya Hai?

DM का Full Form है District Magistrate। इसे हिंदी में जिलाधिकारी कहा जाता है। DM एक सरकारी अधिकारी होता है जो एक जिले की प्रशासनिक इकाई का नेतृत्व करता है। DM के पास जिले के कानून और व्यवस्था, विकास, और अन्य मुद्दों को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी होती है।


Dm full form in Hindi - डीएम मतलब हिंदी में

DM ka Full Form District Magistrate होता है। DM (District Magistrate ) को हिंदी में जिला अधिकारी कहा जाता है डीएम एक जिला स्तरीय अधिकारी होता है जिसके पास जिला स्तर पर कार्य करने के विशेष अधिकार होते है।


डीएम का पावर क्या होता है?

जिला मजिस्ट्रेट के रूप में, वह कानून और व्यवस्था के लिए जिम्मेदार है और पुलिस और अभियोजन एजेंसी का प्रमुख है  । कलेक्टर के रूप में, वह राजस्व प्रशासन का मुख्य अधिकारी है और भू-राजस्व के संग्रह के लिए जिम्मेदार है, और जिले में उच्चतम राजस्व न्यायिक प्राधिकरण भी है।


DM बनने के लिए, उम्मीदवार को सिविल सेवा परीक्षा (CSE) उत्तीर्ण करनी होगी। CSE भारत में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इसे तीन चरणों में विभाजित किया गया है: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार।


प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन, सामान्य हिंदी और एक विशिष्ट विषय (जैसे इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, या राजनीति विज्ञान) शामिल हैं। यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित है और इसमें 200 प्रश्न होते हैं, प्रत्येक 2 अंकों के होते हैं। प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवार मुख्य परीक्षा के लिए पात्र होते हैं।


मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन, सामान्य हिंदी, एक विशिष्ट विषय, और एक वैकल्पिक विषय शामिल हैं। यह परीक्षा पेन और पेपर आधारित है और इसमें 1000 प्रश्न होते हैं, प्रत्येक 2 अंकों के होते हैं। मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवार साक्षात्कार के लिए पात्र होते हैं।

साक्षात्कार में उम्मीदवार की व्यक्तिगत योग्यता, ज्ञान और क्षमता का आकलन किया जाता है। साक्षात्कार में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों को CSE में अंतिम रैंकिंग दी जाती है।


CSE में अंतिम रैंकिंग के आधार पर, उम्मीदवारों को विभिन्न सेवाओं में नियुक्त किया जाता है। आईएएस अधिकारी सबसे वरिष्ठ सेवाओं में से एक हैं, और उन्हें जिले के DM के रूप में नियुक्त किया जा सकता है।


DM बनने के लिए आवश्यक आयु, शैक्षिक योग्यता और अन्य मानदंड निम्नलिखित हैं:

  • आयु: 21 वर्ष से 32 वर्ष

  • शैक्षिक योग्यता: किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री

  • अन्य मानदंड: भारतीय नागरिक होना, शारीरिक रूप से स्वस्थ होना, और अच्छे नैतिक चरित्र वाला होना


DM बनने के लिए उम्मीदवारों को कड़ी मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है। CSE एक चुनौतीपूर्ण परीक्षा है, लेकिन जो उम्मीदवार कड़ी मेहनत करते हैं और दृढ़ संकल्प रखते हैं, उन्हें सफल होने की संभावना अधिक होती है।

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